तेज हवा से गिरा कलेक्ट्रेट में पेड़, बाल-बाल बचा गार्ड
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बिलासपुर. कलेक्ट्रेट में मंगलवार को उस वक्त दुर्घटना टल गई जब आंधी-तूफान के बीच पेड़ का डंगाल टुटकर गिर गया। इस वक्त मंथन में कलेक्टर अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। ड्यूटी में तैनात होमगार्ड ने भागकर अपनी जान बचाई। भागने में 10 सेकेंड भी देर करते तो गार्ड डंगाल के नीचे आ जाता।
मंगलवार को कलेक्टोरेट में आम दिनों की तरह चहल पहल थी। कर्मचारी अपने-अपने काम मे लगे हुए थे। कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर मंथन के अंदर बैठक ले रहे थे। इसी दौरान मौसम का मिजाज एकाएक बिगड़ गया और आसमान में बदली छाने के साथ तेज हवा चलने लगी। धूल और कचरा उड़ने के कारण पूरे शहर के साथ कलेक्ट्रेट में भी अफरा तफरी मची हुई थी। लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में दौड़ भाग कर रहे थे। लेकिन कलेक्ट्रेट में तैनात होमगार्ड के जवान बरगद पेड़ के नीचे खड़े होकर ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान बरगद पेड़ का एक बड़ा सा डंगाल टुटकर गिर गया। डंगाल गिरते ही परिसर के अंदर और अफरा तफरी मच गई। जब डंगाल टुटकर गिरा इसके ठीक 10 सेकेंड पहले लोगों के कहने पर पेड़ के नीचे से हटा था। यदि गार्ड पेड़ के नीचे से हटने में 10 सेकेंड की देरी करता तो पेड़ की चपेट में आ जाता। लेकिन किस्मत से कोई हादसा नही हुआ।
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने बसंत पंचमी पर छत्तीसगढ़ में तेज हवा के साथ ओला बारिश का अनुमान जताया था। पूर्वानुमान के अनुसार एक और पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर से मौसम बिगड़ने की संभावना है जो 14 से 16 फरवरी के बीच उत्तरी क्षेत्रों के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना पैदा कर रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 16 और 17 फरवरी को मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के दक्षिणी और मध्य भागों में छिटपुट बारिश और ओले पड़ने का अनुमान है।