ममता के विधायक ने थामा BJP का हाथ, कुछ इस तरह से हुआ भाजपा में प्रवेश
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कोलकाता. राजनीति में रातों रात क्या खेल हो जाए कोई नहीं बता सकता. कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे, बीजेपी घरे-घरे. बंगाल में बीजेपी अपने इस नारे को सच साबित करने में जुटी है. आसनसोल के पूर्व मेयर और पंडेश्वर से तृणमूल कांग्रेस विधायक जीतेंद्र तिवारी ममता बनर्जी को बाय करके बीजेपी में शामिल हो गए हैं. लेकिन उनका बीजेपी में शामिल होना किसी ड्रामे से कम नहीं है.
दरअसल केएमसी के प्रशासक फिरहाद हकीम के साथ विवाद होने पर जितेंद्र तिवारी ने टीएमसी और आसनसोल निगम के प्रशासक के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में ममता बनर्जी के हस्तक्षेप के बाद जितेंद्र तिवारी मान गए थे और पार्टी का दामन फिर से थाम लिया था. लेकिन अब उन्होंने फिर इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए.
जीतेंद्र तिवारी के बीजेपी में शामिल होते ही टीएमसी कार्यकर्ताओं ने विधायक दफ्तर का शुद्धिकरण करके जश्न मनाना शुरू कर दिया. टीएमसी का कहना है कि जीतेंद्र का जाना बीजेपी के लिए घातक और टीएमसी के लिए वरदान साबित होने वाला है.
जीतेंद्र तिवारी के पहले भी बीजेपी में शामिल होने की चर्चा चल रही थी तब आसनसोल से ही सांसद बाबुल सुप्रियो ने विरोध किया था. लेकिन अब दावा है कि केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी के बाद मामला सुलझा लिया गया है. बड़ी बात यह है कि तीन दिन पहले तक जीतेंद्र तिवारी बीजेपी को उखाड़ फेंकने की बातें कर रहे थे.
पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे. वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. नतीजों की घोषणा दो मई को होगी.