वादे उतने ही करें जिनको पूरा कर सकें : रिजवी
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रायपुर. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने राजनैतिक दलों को आगाह किया है कि उन्हें अपने संकल्प पत्र में उतने ही वादे पूरा करने का संकल्प लेना चाहिए जिसे वे सत्ता में आने पर पूरा कर सकें। वर्तमान कांग्रेस सरकार पशोपेश में है कि घोषणा पत्र में नशाबंदी का वादा तो कर दिया परन्तु शासन की जान पर आ रही क्योंकि इतनी मोटी रकम की आवक को देखकर सरकार बगलें झांकने मजबूर है तथा उहापोह की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। रिजवी ने कहा है कि घोषणा पत्र में नशाबंदी के वादे को कैसे और कब पूरा करे, इस स्थिति ने सरकार को सांप एवं नेवले की कहावत के बीच लाकर खड़ा कर दिया है। इस समस्या का निदान सरकार को सूझ नहीं रहा है न ही उसे उगलते बन रहा है और न ही निगलते। कांग्रेस पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र में नशाबंदी का मुद्दा किस मुंह से रखेगी। रिजवी ने राजनैतिक दलों द्वारा करने वाले वादों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि विगत् सम्पन्न चुनाव में प्रथम मुख्यमंत्री एवं मान्यता प्राप्त जकांछ के संस्थापक अध्यक्ष स्व. अजीत जोगी ने घोषणा के स्थान पर अपने वादों को पूरा करने की बाध्यता के लिए प्रदेश के चुनाव के पूर्व हलफनामा दिया था जिसमें वादों को पूरा न कर सकने के कारण अदालत में अजीत जोगी को घसीटा जा सकता था। यह स्व. अजीत जोगी की विलक्षण राजनैतिक सोच का परिचायक था। इससे पहले देश के किसी दल ने इस प्रकार का अकल्पनीय शपथ पत्र देने की हिम्मत नहीं जुटाई। स्व. अजीत जोगी के सोच की दाद देना चाहिए तथा भविष्य में घोषणा पत्र के स्थान पर जकांछ के मुखिया जोगी के समान शपथ पत्र देने की हिम्मत अन्य दल भी जुटाऐं ताकि सत्ता पाने के बाद उनके लिए बंधनकारी होगा और साफ-सुथरी राजनीति के एक नये अध्याय की शुरूआत होगी।